SAD SHAYARI
sad shayari झूठे लोगो पर शायरी - झूठ फरेब शायरी
गुनाह मालूम नही…!!! पर सजा लाज़वाब मिली है..!!!
ना कोई मंजिल है ना
कोई किनारा है,
ना हम किसी के ना कोई
हमारा है..!!
हमें नही आता अपने दर्द का दिखावा करना
बस अकेले रोते हैं, और सो जाते हैं…
दुआ करना दम भी उसी दिन निकले, जिस दिन तेरे दिल से हम निकले💔
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता!!
इतने भी बुरे नहीं थे हम जितना बुरा तुमने हमारे साथ किया.. ..
दिल जब गैरों से लग जाए तो अपनों में कमी नजर आने लगती हैं
कभी वक्त मिले तो सोचना जरुर... वक्त और प्यार के अलावा तुमसे माँगा ही क्या था..!
बस एक ही बात ने मुझे रुला
दिया,
किसी गैर के लिए तुमने मुझे
भुला दिया...!!
तमाशा बन गई जिंदगी, कुछ कहे तो भी बुरे और, कुछ ना कहें तो भी बुरे ...
माना कि वक्त सता रहा है..! मगर बहुत कुछ सिखा रहा है..
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