आखिर क्यों आजकल हसदेव जंगल इतना चर्चा का विषय बना हुआ है चलिए जानते है।

हसदेव अरण्य भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित एक विशाल और समृद्ध वन क्षेत्र है।

यह छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तरी कोरबा, दक्षिणी सरगुजा और सूरजपुर जिले में फैला हुआ है।

हसदेव अरण्य में हाथी जैसे 25 अन्य तरह के महत्वपूर्ण वन्य प्राणी निवास करते है।

हसदेव अरण्य विभिन्न प्रकार के पेड़, पौधे, जानवर और पक्षियों एवं जैव विविधता से परिपूर्ण वन हैं।

यह छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, इसलिए हसदेव अरण्य को "छत्तीसगढ़ का हरा-भरा गहना" कहा जाता है।

2022 में, छत्तीसगढ़ सरकार ने हसदेव अरण्य में 11 कोयला खदानों को मंजूरी दी।

इन कोयला खदानों के निर्माण से हसदेव अरण्य के वन क्षेत्र और वन्य जीवन को भारी नुकसान होने की आशंका है।

इसलिए हाल ही के वर्षों में हसदेव अरण्य को कोयला खनन के लिए लगातार खतरा बढ़ रहा है।

इसी खतरे को देखकर हसदेव जंगल एक महत्वपूर्ण विषय बना हुआ है।