बेवफा शायरी 

sad shayari झूठे लोगो पर शायरी - झूठ फरेब शायरी

न साथ किसी का न सहारा है कोई,  न हम किसी के न हमारा है कोई..!

तमाशा बन गई जिंदगी, कुछ कहे तो भी बुरे और, कुछ ना कहें तो भी बुरे ...

इतने भी बुरे नहीं थे हम जितना बुरा तुमने हमारे साथ किया.. ..

बस एक ही बात ने मुझे रुला दिया, किसी गैर के लिए तुमने मुझे भुला दिया...!!

वो लोग किस दर्द से गुजरे होंगे, जिनके हमदर्द अपने वादों से मुकरे होंगे !!

कुछ पल की खुशी दे कर जिंदगी रुलाती क्यूं है जो लकीरो में नही होते किस्मत उनसे मिलाती क्यूं है

हमें नही आता अपने दर्द का दिखावा करना बस अकेले रोते हैं, और सो जाते हैं…

ना कोई मंजिल है ना कोई किनारा है, ना हम किसी के ना कोई हमारा है..!!

तुम पर भी यकीन है और मौत पर भी एतबार है, देखते हैं पहले कौन मिलता है हमें दोनों का इंतजार है।

सोचा था हर दर्द बताएंगे तुमसे मिलकर तुमने तो इतना भी नही पूछा कि तुम खामोश क्यों हो…

गुनाह मालूम नही…!!! पर सजा लाज़वाब मिली है..!!!