Bewafa Shayari - टूटे हुए दिलों के लिए बेवफा शायरी
वो कुछ ऐसे लोगों में से निकले ,
जो बस हमारे सामने ही हमारे थे।
फर्क तुममे और मुझमे बस इतना रहा ,
मेरी आँखे भरी रही और तुम्हारा दिल।
भूखा पेट ,खली जेब और झूठा प्यार
इंसान को बहुत कुछ सिखा देता है।
मेरा प्यार कभी गलत नहीं था बस जिससे हुआ वो इंसान गलत था।
शायद मैं उन पर बोझ बन गया था ,
तभी तो उन्होंने मुझे गिरा दिया।
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली, इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली।
बहुत लोग हैं, उसे खुश रखने के लिए, एक हम है जो, उसकी यादों में खुश रहते हैं,
मेरी उदासी तुम्हे, कहा नजर आएगी, तुम्हे देखकर तो, हम मुस्कुराने लगते हैं।
रुशवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को, ए दुनिया वालो, मेहबूब तुम्हारा बेवफा है, तो इश्क़ का क्या गनाह।
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों, वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए।
कभी वक्त मिले तो
सोचना जरुर...
वक्त और प्यार के अलावा तुमसे माँगा ही क्या था..!
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