Zakhmi Dil Shayari
झूठे लोगो पर शायरी - झूठ फरेब बेवफा शायरी
सुना है.. तारीफों के पुल के नीचे,
अक्सर मतलब की नदियां बहती हैं...!
तमाशा बन गई जिंदगी, कुछ कहे तो भी बुरे और, कुछ ना कहें तो भी बुरे ...
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी आपकी ,
पहले पागल किया, फिर पागल कहा और फिर पागल समझ कर छोड़ दिया..!
दिल जब गैरों से लग जाए तो, अपनों में कमी नजर आने लगती हैं
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया,
वर्ना हम भी आदमी थे काम के...!!
"समझदारी" जिंदगी को बेरंग कर देती है...!!
बेहतर है उन रिश्तों का टूट जाना,
जिन रिश्तों में आप टूट रहे हो।😥💔
क्या रखा है सुनने और सुनाने में,
किसी ने कसर नहीं छोड़ी दिल दुखाने में...!
दुआ करना दम भी उसी दिन निकले, जिस दिन तेरे दिल से हम निकले...!
जब इश्क़ के ख्वाब अधूरे रह जाते है,
तब दिल के दर्द आँसू बनकर बाहर आते है.
मौत पर भी है यकीन उन पर भी ऐतबार है, देखते है पहले कौन आता है… दोनों का इन्तजार है...!