Zakhmi Dil Shayari  

झूठे लोगों पर शायरी  - झूठ फरेब शायरी

अरे तू तो बदल गयी वक़्त के साथ अब तेरा इंतज़ार नहीं होगा नशा चाहे जितना करा ले दोस्त मगर प्यार अब प्यार नहीं होगा ...!

तमाशा बन गई जिंदगी, कुछ कहे तो भी बुरे और, कुछ ना कहें तो भी बुरे ...

सुना है.. तारीफों के पुल के नीचे, अक्सर मतलब की नदियां बहती हैं...!

कुछ अधूरापन था जो पूरा हुआ ही नहीं,  कोई था मेरा जो कभी मेरा हुआ ही नहीं…!!

तुम्हारा साथ भी छूटा तुम अजनबी भी हुए, मगर जमाना तुम्हे अब भी मुझमे ढूंढ़ता है…!!

किसी को उतना ही दर्द देना जितना समय आने पर आप सह सको…!!

भर जायेंगे जख्म मेरे भी तुम ज़माने से जीकर मत, करना में ठीक हूँ दोबारा कभी मेरी फ़िक्र मत करना…!!

टूटे हुए दिल का कोई खरीददार नही होता, एक बार दिल टूट जाए तो फिर प्यार नहीं होता…!!

ये कौन-सी नई रीति चला रहे है लोग, बेवफाओ के लिए उम्र भर आँसू बहा रहे है लोग…!!

दिल में चाहत का होना ज़रूरी है ज़नाब याद तो उधार लेन देन वाले भी करते है…!!

ना जाने कहा गए वो दिन जब किसी को कट्टी कहते थे, तो उसे अपनी गलती का एहसास हो जाता था…!!

दिल जब गैरों से लग जाए तो अपनों में कमी नजर आने लगती हैं...!