हेल्लो दोस्तों नमस्कार ! इस पोस्ट में आपका स्वागत है । आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की प्रतिरोध किसे कहते हैं? प्रतिरोध की परिभाषा क्या है । अगर आप जानना चाहते है की प्रतिरोध किसे कहते हैं तो पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े ।
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प्रतिरोध किसे कहते हैं?
किसी पदार्थों का वह गुण जिसके कारण वह स्वयं से होने वाले विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता हैं प्रतिरोध कहलाता है और विरोध करने वाले पदार्थ को प्रतिरोधक कहते है। प्रतिरोध का प्रतीक R है तथा इसका मात्रक ओम Ω है। प्रतिरोध को अंग्रेजी में Resistance ( रेजिस्टेंस ) कहा जाता है ।
प्रत्येक पदार्थ का अपना स्वयं का प्रतिरोध होता है इनमे अंतर केवल इतना है कि किसी पदार्थ का प्रतिरोध कम होता है तथा किसी पदार्थ का प्रतिरोध अधिक होता है जो उस पदार्थ का स्वभाविक गुण होता है।
प्रतिरोध की परिभाषा
प्रतिरोध की परिभाषा – ” चालक द्वारा विद्युत् धारा के प्रवाह में डाली गयी रूकावट को चालक का प्रतिरोध कहते है । ” अर्थात् यह किसी भी पदार्थ का वह गुण है जो पदार्थ के अन्दर से विद्युत् धारा के प्रवाह को निकलने नहीं देता या विद्युत् धारा के प्रवाह में रूकावट या बाधा डालता है, इसको R से दर्शाते हैं और इसकी नापने की इकाई ओम ( Ω ) है ।
प्रतिरोध का मात्रक
प्रतिरोध को R से प्रदर्शित करते हैं तथा प्रतिरोध का मात्रक ओह्म तथा प्रतीक Ω होता है।
ओम के नियम के अनुसार,
R = V/I
FAQ’s
1. प्रतिरोध क्या होता है ?
चालक द्वारा विद्युत् धारा के प्रवाह में डाली गयी रूकावट को चालक का प्रतिरोध कहते है ।
2. प्रतिरोध का मात्रक क्या है ?
प्रतिरोध का मात्रक ओम Ω है।
3. प्रतिरोध का सूत्र क्या होता है ?
प्रतिरोध का सूत्र R = V/I
आज आपने सीखा
आशा है की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे की प्रतिरोध किसे कहते हैं तथा प्रतिरोध की परिभाषा क्या है । अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई दिक्कत है तो हमें कमेंट करके जरुर बताएं हम आपकी मदद जरुर करेंगे । एसे ही मोस्ट और इम्पोर्टेन्ट क्वेश्चन के लिए क्लिक करे । धन्यवाद
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