bharat ke chunav aayog mein kitne chunav ayukt hote hain

हेलो दोस्तों आज की इस पोस्ट में आपका हार्दिक स्वागत है। आज की इस पोस्ट में हम भारत निर्वाचन आयोग के बारे में चर्चा करेंगे। भारत में निर्वाचन आयोग की स्थापना कैसे हुईं और निर्वाचन आयोग की जरूरत भारत में क्यों पड़ी । भारत में चुनाव आयोग के सदस्यों को कौन नियुक्त करता है, और निर्वाचन आयोग की शक्तियां एवं निर्वाचन आयोग के कार्य क्या क्या है और भारत में चुनाव कौन करवाता है आदि महत्वपूर्ण क्वेश्चन के बारे में चर्चा करेंगे ।

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भारत के चुनाव आयोग में कितने चुनाव आयुक्त होते हैं?

bharat ke chunav aayog mein kitne chunav ayukt hote hain 

भारत के चुनाव आयोग में तीन चुनाव आयुक्त होते हैं, जिनमे से एक प्रमुख चुनाव आयुक्त तथा शेष अन्य दो चुनाव आयुक्त होते हैं। इनका गठन राष्ट्रपति करता हैं।

अनुच्छेद 324 के अनुसार:- इस अनुच्छेद में लिखा है की भारत का एक निर्वाचन आयोग होगा जो मुख्य निर्वाचन आयुक्त तथा अन्य आयुक्तों से मिलकर बनेगा।

25 जनवरी 1950 को निर्वाचन आयोग की स्थापना की गयी इसीलिए 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदान दिवस मनाया जाता है। 1989 तक निर्वाचन आयोग एक सदस्यीय था। लेकिन 1989 में यह तीन सदस्यीय हुआ। और  वर्तमान में भी यह तीन सदस्यीय है।

जिनका एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त है तथा दो अन्य निर्वाचन आयुक्त हैं। लेकिन तीनों का काम एक ही है इनमे सिर्फ नाम के लिए प्रमुख होता है लेकिन तीनों के पास बराबर का अधिकार होता हैं।

इनकी नियुक्ति भारत सरकार के परामर्श पर राष्ट्रपति जी द्वारा होती है। अर्थात् राष्ट्रपति अपने अनुसार निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति करता हैं।

2015 से-20वाँ मुख्य निर्वाचन आयुक्त डा0 नशीम जैदी है। और अन्य सदस्य है-अचल कुमार ज्योति, ओम प्रकाश रावत।

 

चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति एवं कार्यावधि

भारत में चुनाव आयोग के सदस्यों को कौन नियुक्त करता है ?

प्रमुख चुनाव आयुक्त एवं चुनाव आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति अपने अनुसार करता है। प्रमुख चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष या आयु 65साल जो पहले हो, का होता है तथा शेष 2 चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष या आयु 62 साल जो पहले हो, का होता है। अगर इनकी वेतन की बात करे तो जितनी वेतन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश की होती है उतनी ही चुनाव आयुक्त की भी होती है।

निर्वाचन आयोग का कार्य तथा कार्यप्रणाली

  • निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन करना।
  • निर्वाचन नामावली तैयार कराना ।
  • चुनाव चिन्ह प्रदान करना ।
  • राजनीतिक दलों का पंजीयन और मान्यता देना ।
  • आदर्श आचार संहिता तैयार कर लागू करना ।
  • निर्वाचन आयोग चुनाव में प्रत्याशी के व्यय की सीमा का निर्धारण, चुनाव सुधार के उपाय करना, मतदाताओं को प्रशिक्षण आदि विविध कार्य भी करता है ।
  • निर्वाचन आयोग के पास यह उत्तरदायित्व होता है कि वह निर्वाचन का पर्यवेक्षण, निर्देशन तथा आयोजन करवाये ।
  • निर्वाचन आयोग राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, संसद, राज्यविधानसभा के चुनाव करता है।
  •  सांसद/विधायक की अयोग्यता (दल बदल को छोडकर) पर राष्ट्रपति/राज्यपाल को सलाह देना ।
  • गलत निर्वाचन उपायों का उपयोग करने वाले व्यक्तियों को निर्वाचन के लिये अयोग्य घोषित करना आदि।

निर्वाचन आयोग की शक्तियाँ

  •  जहां कही संसद विधि निर्वाचन के संबंध मे मौन है वहां निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिये निर्वाचन आयोग असीमित शक्ति रखता है।
  • निर्वाचन आयोग विधायिका निर्मित विधि का उल्लघँन नहीं कर सकता है और न ही ये स्वेच्छापूर्ण कार्य कर सकता है ।
  • यह आयोग चुनाव का कार्यक्रम निर्धारित कर सकता है।
  • चुनाव चिन्ह आवंटित करने तथा निष्पक्ष चुनाव करवाने के निर्देश देने की शक्ति रखता है ।
  • यह एकमात्र अधिकरण है जो चुनाव कार्यक्रम निर्धारित करे,  चुनाव करवाना केवल उसी का कार्य है ।
  • निर्वाचन आयोग की शक्तियाँ निर्वाचन विधियों की पूरक है न कि उन पर प्रभावी तथा वैध प्रक्रिया से बनी विधि के विरूद्ध प्रयोग नही की जा सकती है आदि चुनाव आयोग की प्रमुख शक्तियां है ।

चुनाव आयोग की वेबसाइट

चुनाव आयोग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करे या फिर google पर सर्च करे https://hindi.eci.gov.in/ यह भारत निर्वाचन की ऑफिसियल वेबसाइट है ।

FAQ’s

1. चुनाव आयोग में कितने सदस्य होते है ?

तीन, 1989 तक निर्वाचन आयोग एक सदस्यीय था। 1989 में यह तीन सदस्यीय हुआ। वर्तमान में यह तीन सदस्य है। जिनका एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त है तथा दो अन्य निर्वाचन आयुक्त हैं।

2. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है ?

प्रमुख चुनाव आयुक्त एवं चुनाव आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति अपने अनुसार करता है ।

3. भारत के चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त सहित कुल कितने सदस्य होते है ?

भारत के चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त सहित कुल तीन सदस्य होते है जिनमे से, एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त है तथा दो अन्य निर्वाचन आयुक्त हैं।

4. निर्वाचन आयोग का मतलब क्या होता है ?

निर्वाचन आयोग या चुनाव आयोग एक निकाय अथवा संस्था होती है, जिसपर चुनाव प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन की निगरानी रखने का प्रभार होता है। इस निकाय के लिये उपयोग किये जाने वाली सटीक शब्दावली, देश दर देश भिन्न हो सकता है, इनमें चुनाव आयोग, केंद्रीय चुनाव आयोग, चुनावी शाखा या चुनावी अदालत जैसे शब्द शामिल हैं।

5. भारत में प्रथम निर्वाचन कब हुआ ?

भारतीय आम चुनाव, 1957.

आज आपने सीखा

आशा है की यह पोस्ट आपको अच्छे से समझ में आई होंगी और अब आप जान गए होंगे की भारत के चुनाव आयोग में कितने चुनाव आयुक्त होते हैं तथा भारत में चुनाव आयोग के सदस्यों को कौन नियुक्त करता है और निर्वाचन आयोग के कार्य एवं शक्तियां क्या क्या होती है एसे ही एग्जाम से रिलेटेड इम्पोर्टेन्ट क्वेश्चन एवं एजुकेशनल से रिलेटेड जानकारी जानने के लिए हमारे इस blog को जरुर सब्सक्राइब करे ।

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