bhugol kise kahate hain | भूगोल की परिभाषा

प्रिय पाठको नमस्कार ! आज के इस ब्लॉग पोस्ट में भूगोल से समबन्धित जानकारी के बारे में जानेंगे । इस लेख के अंतर्गत हम भूगोल किसे कहते है, भूगोल की परिभाषा, भूगोल के पिता आदि के बारे में चर्चा करेंगे । तो चलिए शुरू करते है और जानते है की आखिर भूगोल किसे कहते है –

भूगोल किसे कहते है

bhugol kise kahate hain – भूगोल का अध्ययन तो मनुष्य ने प्रारम्भिक काल से ही प्रारम्भ कर दिया था किन्तु एक विषय के रूप में इसका वास्तविक विकास 17 वीं शताब्दी से प्रारम्भ हुआ। उस समय भूगोल को पृथ्वी के विभिन्न क्षेत्रों यथा महाद्वीप, महासागर, नदियों, पर्वतों, पठारों, नगरों आदि का विवरणात्मक विषय के रूप में माना जाता था।

हिप्पोक्रेटस महोदय ने भूगोल का वर्णन ‘मनुष्य पर पर्यावरण के प्रभाव के रूप में किया। 18 वीं शताब्दी में हम्बोल्ट तथा कार्ल रीटर नामक विद्वानों ने अपनी यात्राओं एवं आलेखों का वर्णन भूगोल में किया जिससे भूगोल का विषय विस्तार हुआ।

रिचर्ड हार्टशोर्न के अनुसार : भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/क्षेत्रीय भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।

अल्फ्रेड हैटनर के अनुसार : भूगोल धरातल वेफ विभिन्न भागों में कारणात्मक रूप से संबंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है।

भूगोल की परिभाषा

  • स्ट्राबो के अनुसार- “भूगोल हमको स्थल एवं महासागरों में बसने वाली जीवों के बारे में ज्ञान कराने क साथ-साथ विभिन्न लक्षणों वाली पृथ्वी की विशेषताओं को समझाता है।” टॉलेमी के अनुसार-“भूगोल वह आभामय विज्ञान है, जो कि पृथ्वी की झलक स्वर्ग में देखता है।”
  • हार्टशोर्न के अनुसार—“भूगोल वह विज्ञान है, जो पृथ्वी के एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवर्तनशील स्वरूपों का वर्णन करता है और उनकी व्याख्या मानव के संसार के रूप में करता है।”
  • हेटनर के अनुसार—“भूगोल क्षेत्रीय विज्ञान है, जिसमें पृथ्वी तल के क्षेत्रों का अध्ययन उनकी विभिन्नताओं तथा स्थानिक संबंधों की पृष्ठभूमि में किया जाता है।”
  • ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार-“भूगोल वह विज्ञान है, जो पृथ्वी के धरातल, उसके आकार, विभिन्न भौतिक आकृतियों, राजनैतिक खण्डों, जलवायु तथा जनसंख्या आदि का विशद् वर्णन करता है।”

भूगोल का अर्थ

भूगोल दो शब्दों से मिलकर बना है – भू + गोल, जिसका अर्थ पृथ्वी + गोलाकार स्वरूप से है । अंग्रेजी में इसे Geography कहते हैं जो दो यूनानी शब्दों Geo (पृथ्वी) और Graphy (वर्णन करना) से मिलकर बना है।

लेकिन ज्याग्राफी का शाब्दिक अर्थ “वह विषय जो पृथ्वी का संपूर्ण वर्णन करे वह भूगोल है। स्वरूप तथा विषय-वस्तु का पूर्ण ज्ञान नहीं होता है, बल्कि भूगोल विषय का सामान्य सा ज्ञान हो जाता है।

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भूगोल का क्षेत्र एवं शाखाएं

  1. भौतिक भूगोल ( Physical Geography )
  2. मानव भूगोल ( Human Geography )

• भौतिक भूगोल – इसके अन्तर्गत पृथ्वी के भौतिक पर्यावरण से सम्बन्ध रखने वाली उन घटनाओं का अध्ययन किया जाता है जो मानव जीवन को प्रभावित करती हैं, इनका विवेचन अग्रांकित शाखाओं द्वारा किया जाता है-

  •  खगोलकीय (Astronomy)
  •   जलवायु विज्ञान (Climatology)
  • भू-आकृति विज्ञान (Geomorphology)
  • जल विज्ञान (Hydrology)
  • समुद्र विज्ञान (Oceanography)
  • मृत्तिका भूगोल (Soil Geography)
  •   हिमनद विज्ञान (Glacialogy)
  • वनस्पति भूगोल (Plant Geography)
  •   जीवन-विज्ञान (Biology) या जैव-भूगोल (Bio-Geography)

• मानव भूगोल – विश्व की समस्त क्रियाओं का केन्द्र मानव है, जो सभी प्रकार के प्राकृतिक तत्त्वों (भूमि, जल, मिट्टी, खनिज, वनस्पति एवं जीव) तथा सांस्कृतिक तत्त्वों (जनसंख्या, अधिवास, कृषि, विनिर्माण उद्योग एवं परिवहन) का उपयोग करता है और यही मानव भूगोल के अध्ययन का केन्द्र बिन्दु है। मानव भूगोल के अन्तर्गत निम्नलिखित शाखाएँ हैं-

  • ऐतिहासिक भूगोल (Historical Geography)
  • आवासीय भूगोल (Settlement Geography)
  •  राजनैतिक भूगोल (Political Geography)
  • जनसंख्या भूगोल (Population Geography)
  • आर्थिक भूगोल (Economic Geography),
  •  सामाजिक एवं सांस्कृतिक भूगोल (Social and Cultural Geography)
  • चिकित्सा भूगोल (Medical Geography)
  • सैन्य भूगोल (Military Geography)
  • व्यावहारिक भूगोल   (Applied Geography)
  • वाणिज्य भूगोल  ( Business Geography ) ।
भूगोल का महत्व

भूगोल विषय के अध्ययन में भौतिक भूगोल, एक महत्वपूर्ण शाखा है। पृथ्वी का कोई भी घटक भौतिक वातावरण से अप्रभावित नहीं है। मानव का प्रत्येक क्रियाकलाप भौतिक वातावरण से प्रभावित होता है। अतः स्पष्ट है कि भूगोल में भौतिक पर्यावरण के क्रमबद्ध अध्ययन के साथ-ही-साथ भौतिक पर्यावरण तथा मानव की पारस्परिक क्रियाओं का भी अध्ययन किया जाता है ।

भूगोल का महत्त्व निम्नलिखित तथ्यों से और अधिक स्पष्ट हो जाता है –

  1. मानव जिज्ञासा की तृष्टि
  2. संसाधनों का नियोजन
  3. क्षेत्रीय विकास में सहायक
  4. अन्तराष्ट्रीय संबंधो के विकास में सहायक
  5. देश की सुरक्षा में सहायक
आज आपने सीखा

आशा है की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे की भूगोल किसे कहते है, bhugol kise kahate hain भूगोल की परिभासा, भूगोल का अर्थ आदि । अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई क्वेश्चन हो तो हमें कमेंट करके जरुर बताये हम आपकी मदद जरुर करेगें । Bhugol Kise Kahate Hain , Geography in Hindi , Bhugol | एसी ही एजुकेशन से रिलेटेड जानकरी के लिए हमारे इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरुर करे । धन्यवाद

FAQ’s

1. भूगोल का पिता कौन है?

एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकैटियस (500 ईसा पूर्व) को भूगोल का पिता माना था ।

2. भूगोल को कितने भागों में बांटा गया है?

भूगोल को प्रायः दो भागो में बांटा गया है भौतिक भूगोल तथा मानव भूगोल ।

3. भूगोल का जन्म कब हुआ?

भूगोल का अध्ययन तो प्रारंभिक काल से ही प्रारंभ कर दिया था किन्तु एक विषय के रूप में इसका वास्तविक विकास 17 वीं शताब्दी से हुआ ।

4. भूगोल की दो शाखायें कौन कौन सी है ?

मानव भूगोल तथा भौतिक भूगोल ।

5. भूगोल क्या है ?

भूगोल (Geography) वह शास्त्र है जिसके द्वारा पृथ्वी के ऊपरी स्वरुप और उसके प्राकृतिक विभागों (जैसे पहाड़, महादेश, देश, नगर, नदी, समुद्र, झील, डमरुमध्य, उपत्यका, अधित्यका, वन आदि) का ज्ञान होता है।

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