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MP ke jalprapat
हेलो दोस्तों नमस्कार ! आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे mp ke jalprapat कौन-कौन से है और मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपात कहाँ -कहाँ स्थित है ? मध्यप्रदेश में अन्य जिलों की तुलना में अधिक और ऊँचे-ऊँचे जलप्रपात स्थित है । पहाड़ों की चट्टानों से गिरने वाली नदी या नालों को जलप्रपात कहा जाता है यदि गिरने वाला पानी एक बहुत बड़ी धारा के रूप में काफी ऊंचाई से गिरता है तो उसे महा जलप्रपात कहते हैं और यदि गिरने वाले पानी की धारा पतली होती है तो उसे जलप्रपात कहा जाता है मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात –
मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात|Major waterfalls of Madhya Pradesh
- चचाई जलप्रपात
- कपिलधारा जलप्रपात
- दुग्धधारा जलप्रपात
- दरदी जलप्रपात
- सहस्त्रधारा जलप्रपात
- मान्धार जलप्रपात
- चूलिया जलप्रपात
- भालकुण्ड जलप्रपात
- पातालपानी जलप्रपात
- रनेह जलप्रपात
- पांडव फाल्स जलप्रपात
- बी फाल्स जलप्रपात
- पवारजलप्रपात
Madhya Pradesh ke Pramukh Jalprapat List in Hindi
मध्यप्रदेश के जलप्रपात
1. चचाई जलप्रपात
चचाई जलप्रपात मध्यप्रदेश के रीवा जिले में स्थित एक जलप्रपात है। यह भारत का 23वाँ सबसे बड़ा जलप्रपात है। यह प्रपात बीहर नदी द्वारा निर्मित होता है। यह एक खूबसूरत एवं आकर्षक जलप्रपात है, जो 130 मीटर ऊँचा. 115 मीटर गहरा एवं 175 मीटर चौडा है। बीहर नदी के एक मनोरम घाटी में गिरने से यह प्रपात बनता है। यह एक प्राकृतिक एवं गोलाकार जलप्रपात है। यह झरना मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे ऊंचे झरनो में से हैं और भारत में सबसे अधिक एकल-बूंद वाले झरनों में गिना जाता हैं। यह एक प्राकृतिक एवं गोलाकार जलप्रपात है। बीहर नदी का उद्गम स्थल सतना जिले की अमरपाटन तहसील का ‘ खरमखेड़ा’ नामक ग्राम है। चचाई ग्राम के निकट इस जलप्रपात के स्थित होने के कारण ही इसका नाम ‘चचाई जलप्रपात’ पड़ा है। मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
- चचाई जलप्रपात रीवा मध्य प्रदेश से उत्तर की ओर 42 किलोमीटर की दूरी पर सिरमौर तहसील में स्थित है
- यह प्रपात बीहर नदी द्वारा निर्मित होता है यह एक खूबसूरत एवं आकर्षक जलप्रपात है जो 115 मीटर गहरा एवं 175 मीटर चौड़ा है
- बिहर नदी के एक मनोरम घाटी में गिरने से या प्रपात बनता है यह एक प्राकृतिक एवं गोलाकार जलप्रपात है
2. कपिलधारा जलप्रपात
कपिलधारा’ मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में नर्मदा नदी पर स्थित , यह जलप्रपात नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित है। नर्मदा नदी 150 फीट की ऊंचाई से यह जलप्रपात का निर्माण करती है। कपिलधारा के निकट ही कपिलेश्वर मंदिर भी स्थित है।
- शास्त्रों के अनुसार श्री कपिल मुनि ने नर्मदा जी की धारा को रोकने का प्रयत्न किया था
- बिंदी वैभव कथा अनुसार इसी स्थान पर कपिल मुनि जी को आत्म साक्षात्कार की प्राप्ति हुई थी
3. दुग्ध धारा जलप्रपात
- दुग्ध धारा जलप्रपात नर्मदा नदी के उद्गम स्थल में से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर पश्चिम दिशा की और अनूपपुर जिले में स्थित है ।
- दूध धारा नामक श्री नर्मदा जी का अदिति जलप्रपात है इसकी ऊंचाई 15 मीटर से कम है।
- दुग्ध धारा जलप्रपात के बारे में ऐसा सुना जाता है कि नर्मदा जी युवा राज्य के किसी राजकुमार पर प्रसन्न होकर उन्हें दूध की धारा के रूप में दर्शन दे दिए थे इसीलिए उनका नाम दूध धारा पड़ा ।
- दूसरी विपत्ति में ऐसा माना गया है कि नर्मदा जी का तेज प्रवाह पत्थरों की चट्टानों पर गिर कर दो धाराओं में बहता है इसीलिए इसका नाम स्थानीय नाम दुधारा पड़ा और कालांतर में एक भैंस के रूप में दूध धारा के नाम से प्रचलित हो गया है ।
4. धुआंधार जलप्रपात
धुआंधार जलप्रपात जबलपुर के निकट भेड़ाघाट (मध्यप्रदेश) में स्थित है। यह एक रमणीय पर्यटन स्थल है । भेड़ाघाट के पास नर्मदा का पानी 50 फुट ऊपर से गिरता है। जिसका जल सफेद धुएँ के समान उड़ने लगता है। इसी कारण इसे धुंआधार कहते हैं। धुंआधार जलप्रपात मध्यप्रदेश का एक प्रसिद्ध जलप्रपात है । मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
- भेड़ाघाट में जब नर्मदा नदी की ऊपरी धारा विश्व प्रसिद्ध संगमरमर के पत्थरों पर गिरती है तो जल की सूक्ष्म बूंदों से इन्हें जैसा झरना बन जाता है इसी कारण से इस से धुआंधार जलप्रपात के नाम से जाना जाता है
- यह प्रपात नर्मदा और नर्मदा नदी का जलप्रपात है जो भेड़ाघाट जबलपुर से 21 किलोमीटर की दूरी पर महेश्वर खरगोन में स्थित है
5. पवार जलप्रपात
- पवार जलप्रपात शिवपुरी जिले की ‘पोहरी तहसील’ में स्थित है।
- पवार जलप्रपात की दूरी शिवपुरी शहर से लगभग 40 किलोमीटर है और शिवपुर हाईवे से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- पवार झरना एक सुंदर झरना है यहां भगवान शिव की भव्य मूर्ति है।
6. सहस्त्रधारा जलप्रपात
सहस्त्रधारा जल प्रपात ‘सहस्वधारा जलप्रपात’ नर्मदा नदी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि सहस्ववाह ने नर्मदा के प्रवाह को रोकने का प्रयास किया था किन्तु नर्मदा कई धाराओं में बटकर बहने लगी। इसीलिए इसका नाम ‘सहस्वधारा’ पड़ा ।
- सहस्त्रधारा देहरादून से मात्र 16 किलोमीटर की दूरी पर महेश्वर जिले में राजपुर गांव के पास स्थित है
- सहस्त्रधारा जलप्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है यहां स्थित गंडक झरना त्वचा की बीमारियों की चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध है इसकी ऊंचाई 8 मीटर है
7. केवटि जलप्रपात
केवटि जलप्रपात टोंस नदी की एक सहायक नदी महाना नदी पर है जो रीवा पठार से नीचे आता है। इसकी कुल ऊँचाई 98 मीटर (322 फीट) है। यह कैमूर रेंज का एक हिस्सा, चित्रकूट पहाड़ियों के किनारे पर रीवा जिले से 46 किलोमीटर (29 मील) दूर स्थित है। मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
- मध्यप्रदेश के रीवा जिले में है। यह भारत का 24वो सबसे बड़ा झरना है।
8. बहूती जलप्रपात
madhypradesh ka sabse uncha jalprapat
यह सेलर नदी पर है यह मौहगंज की घाटी के किनारे से निकलकर बिहड़ नदी में मिलती है। जो तमसा टोंसं नदी की सहायक नदी है। यह चचाई जलप्रपात के पास है। इसकी ऊंचाई 8 मीटर (650 फीट) बाहुति जलप्रपात कायाकल्प के कारण निक बिंदु का एक उदाहरण है। मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जलप्रपात
- मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा झरना है।
- बहुटी जलप्रपातरीवाजिले में सिरमौर तहसील में सेलर नदी पर स्थित है जो टोंस नदी की सहायक नदी है ।
- यह जलप्रपात चचाई और केवटी जलप्रपात के निकट ही स्थित है।
9. रजत जलप्रपात
रजत प्रपात मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के पर्यटन स्थल पचमढ़ी में स्थित । जत, प्रपात एक झरना है जो लगभग 350 फट की ऊचाई से गिरता है। इसका जल एकदम दुधिया चाँदी की तरह दिखाई पड़ता है। रजत प्रपात भारत के सर्वाधिक ऊंचाई गिरने वाले प्रपात में 30वें स्थान पर है। जब इस झरने पर सूर्य का प्रकाश पड़ता है तब यह चांदी की तरह चमकता है। इसलिए इसे रजत प्रपात या सिल्वर फोल कहते यह 107 मीटर की एक बूद के साथ एक घोड़े की पूंछ के प्रकार का झरना है।
10. मांधार जलप्रपात
मंधार जलप्रपात कहाँ स्थित है ?
नर्मदा तथा तवा नदियों के संगम के द्वारा मंधार झरने का गठन होता है। तवा नदी नर्मदा की सहायक नदी है, जो छिंदवाडा से निकलकर बैतूल जिले में होती गई होशंगाबाद के पास नर्मदा में मिलती है। रास्ते में नर्मदा नदी मंधार तथा दरदी प्रपातों के भी आकर्षणरूप देती चलती है। मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
- मांधार जलप्रपात मध्य प्रदेश केखरगोन जिले के हंड्या–बड़वाह के मध्य में स्थित है।
- मांधार जलप्रपात (mandhar waterfall) नर्मदा नदी पर स्थित है।
- मांधार जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 12 मीटर है।
11 . पांडव फॉल्स जलप्रपात
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के समीप केन की सहायक नदी पर स्थिति है, केन नदी पन्ना बाघ रिजर्व से होकर गुजरती है. पांडव फाल्स रनेह फॉल्स के समीप एवं पन्ना शहर से लगभग 12 किमी. की दूरी पर स्थित है। झरने के पास ही पांडव गुफाएँ भी स्थित है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग से इस स्तर तक पहुंचना काफी आसान है यह झरना यहां की एक स्थानीय स्प्रिंग्स से उत्पन्न हुआ है और पन्ना के पर्यटन स्थल है
- झरने के पास में पांडव गुफाएं स्थित हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि पांडवों ने अपने निर्वासन के समय यहां समय बिताया था ।
12. बी फॉल्स (जमुना जलप्रपात)
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी मध्य भारत का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है। पचमढी का बी फॉल्स प्रपात जमूना प्रपात से भी जाना जाता है। जमुना जलप्रपात एक शानदार प्रपात है, जो पचमढ़ी के . पीने का पानी प्रदान करता है। इसकी धारा बहुत ऊंचाई से गिरती है। वहाँ स्नान करने वाले लोगों को वहीं का पानी चुभता है। बी फॉल्स एक अद्भूत झरना है, जो कलकल ध्वनि के साथ बहता है। यहाँ जल प्रपात के ऊपर और नीचे कुड है ।
13. अप्सरा फॉल्स
मध्यप्रदेश का एक मात्र हिल स्टेशन और पर्यटको का स्वर्ग कही जाने वाली पचमढ़ी अपने सुदर जलप्रपातों के लिए भी जानी जाती है। मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
- अप्सरा जलप्रपात मध्य प्रदेश की सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है यह पचमढ़ी में स्थित है ।
- इस तालाब को पचमढ़ी का सबसे सुंदर तालाब माना जाता है ।
14. गाथा जलप्रपात
- मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित, भारत का 36वी सबसे ऊंचा जलप्रपात है जिसकी ऊँचाई 97 मीटर (299 फीट) है ।
15. पातालपानी जलप्रपात
- पातालपानी जलप्रपात मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर जिले के मऊ तहसील में स्थित है।
- यह जलप्रपात चंबल नदी पर स्थित है यह झरना लगभग 300 फीट ऊंचा है ।
16. भालकुंड जलप्रपात
- भालकुंड जलप्रपात मध्य प्रदेश के सागर जिले की राहतगढ़ में बीना नदी पर स्थित है
- भालकुंड जलप्रपात की ऊंचाई 38 मीटर है यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है
- भालकुंड जलप्रपात (bhalkund waterfall) पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
FAQ’s
1. एमपी में कितने जलप्रपात है?
मध्यप्रदेश में अनेको जलप्रपात है लिकिन इनमे से प्रमुख जलप्रपात २० ही है ।
2. मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपात कौन कौन से हैं?
चचाई जलप्रपात, कपिलधारा जलप्रपात, दुग्धधारा जलप्रपात, दरदी जलप्रपात, सहस्त्रधारा जलप्रपात, मान्धार जलप्रपात, चूलिया जलप्रपात, भालकुण्ड जलप्रपात, पातालपानी जलप्रपात, रनेह जलप्रपात आदि । मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपात है ।
3. एमपी का सबसे ऊंचा जलप्रपात कौनसा है?
बहूती जलप्रपात मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है।
4. मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जलप्रपात कौनसा है ?
बहूती जलप्रपात मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा और ऊँचा जलप्रपात है
5. अप्सरा जलप्रपात किस नदी पर है?
अप्सरा जलप्रपात मध्य प्रदेश की सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है यह पचमढ़ी में स्थित है ।
6. सहस्त्रधारा जलप्रपात कहां स्थित है?
सहस्त्रधारा जलप्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है।
आपने सीखा
आशा है की यह पोस्ट आपको अच्छे से समझ में आई होगी और अब आप जान भी गए होंगे की mp के प्रमुख जलप्रपात कौन-कौन से है ? आपकी जानकारी के लिए बता दे छतरपुर जिले में भी एक जलप्रपात है जिसका नाम है रनेह जलप्रपात । मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपात । अगर अब भी आपको mp waterfall को समझने में दिक्कत आ रही है तो हमे कमेंट करके जरुर बताये ।