rashtrabhasha kise kahate hain | राष्ट्रभाषा का अर्थ, परिभाषा तथा विशेषताएं

हेलो दोस्तों नमस्कार ! आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की राष्ट्रभाषा किसे कहते है ? राष्ट्रभाषा का अर्थ, परिभाषा और विशेषता क्या है । अगर आप एक स्टूडेंट्स है और आप किसी भी गवर्नमेंट एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो यह टॉपिक आपके लिए बहुत ही महत्पूर्ण है इसलिए पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े । तो चलिए पोस्ट शुरू करते है और जानते है, की rashtrabhasha kise kahate hain

राष्ट्रभाषा किसे कहते है | Rashtrabhasha kise kahate hain

rashtrabhasha kise kahate hain – प्रत्येक स्वतन्त्र राष्ट्र की एक सर्वसम्मत राष्ट्रभाषा होती है। राष्ट्रभाषा में राष्ट्र की संस्कृति, साहित्य और इतिहास की प्रेरणाएँ निहित होती हैं, जो जनजीवन को प्रभावित करती हैं। बहुभाषी देशों में सभी भाषाओं को समान सम्मान मिलता है, लेकिन वहाँ सम्पर्क की एक ही भाषा होती है जो राष्ट्रभाषा कहलाती है।

देश के विभिन्न प्रदेश अपने प्रदेश में अपनी भाषा का प्रयोग कर सकते हैं, किन्तु जहाँ सम्पूर्ण राष्ट्र का प्रश्न आता है, वहाँ वे अपनी राष्ट्रभाषा का ही प्रयोग करते । स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् भारतीय संविधान में हिन्दी को राष्ट्रभाषा का पद दिया गया है।

राष्ट्रभाषा उसी तरह महत्त्वपूर्ण होती है, जैसे-राष्ट्रगान, राष्ट्रध्वज अथवा राष्ट्र चिह्न वह पूरे राष्ट्र की संस्कृति की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। इसी भाषा से उस व्यक्ति, समाज, देश का व्यक्तित्व झलकता है। राष्ट्रभाषा के लिए सम्पर्क भाषा शब्द भी प्रयुक्त होता है।

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने का प्रमुख कारण यह है कि देश में इसके बोलने वाले 52 प्रतिशत से अधिक हैं। यही एकमात्र ऐसी भाषा है जो सभी प्रान्तों में किसी न किसी रूप में समझी जा सकती है। देश के सात हिन्दी राज्यों में हिन्दी मातृभाषा के रूप में प्रयुक्त होती है। rashtrabhasha kise kahate hain

हिन्दी का उद्भव संस्कृत परम्परा से जुड़े होने के कारण समस्त आर्य-परिवार की प्रान्तीय
भाषा-शब्दावली हिन्दी से जुड़ी प्रतीत होती है।

राष्ट्रभाषा की परिभाषा

राष्ट्रभाषा से आप क्या समझते है ? 

rashtrabhasha kise kahate hain – जब कोई भाषा विकसित होकर इतना महत्व प्राप्त कर लेती है, की उसका प्रयोग पूरे राष्ट्र या अन्य भाषा क्षेत्रों में भी सार्वजानिक रूप से किया जाने लगता है तो उसे राष्ट्रभाषा कहा जाता है ।

राष्ट्रभाषा का अर्थ

राष्ट्रभाषा हिंदी के दो शब्दों से मिलकर बना है ” राष्ट्र+भाषा ” जिससे स्पस्ट पता चलता है की उस देश या राष्ट्र की भाषा को ही राष्ट्रभाषा कहते है । अर्थात् राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य एवं विभिन्न राज्यों के लोगों द्वारा अपनायी जाने वाली समृद्ध
भाषा राष्ट्रभाषा कहलाती है। भारत की राष्ट्रभाषा ‘हिन्दी’ है। इसमें राष्ट्र की संस्कृति, साहित्य एवं  ऐतिहासिक तथ्यों का समावेश होता है। यह राष्ट्र की जनसम्पर्क भाषा के रूप में स्वीकार्य होती है।

राष्ट्रभाषा की आवश्यकता

किसी भी देश को आपस में बातचीत करने के लिए किसी विशेष प्रकार की भाषा की आवश्कता होती है । किसी भी देश के विकास में भाषा की महत्पूर्ण भूमिका रहती है क्योंकि भाषा से ही सरकार और जनता में सम्बन्ध बनता है । इसलिए राष्ट्र की एकता के लिए भाषा का होना जरुरी है । भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है । राष्ट्र शब्द में एक प्रकार की सामूहिक चेतना की भावना रहती है जो पूरे देश के निवासियों की भावना से सम्बन्धित होती है।

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ऐसी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक सार्वभौम भाषा की अपेक्षा रहती है, वही सार्वभौम भाषा ही राष्ट्रभाषा
कहलाती है। यदि देश के विभिन्न प्रान्तों में प्रचलित भाषाओं में अलग-अलग काम होता रहे तो केन्द्रीय सरकार के
सामने एक कठिन समस्या उत्पन्न हो जाती है और उसके लिए अनावश्यक व्यय भी बढ़ जाता है।

इन कठिनाइयों को दूर करने के लिए ही राष्ट्रभाषा आवश्यक होती है। rashtrabhasha kise kahate hain सभी प्रान्तीय भाषाएँ वैज्ञानिक आध्यात्मिक, सामाजिक तथा ऐतिहासिक दृष्टियों से सम्मुनत नहीं होती और इस प्रकार के विषयों के लिए प्रान्तीय भाषाओं में शब्दावली का प्रायः अभाव रहता है। राष्ट्रभाषा को विविध विषयों के योग्य पारिभाषिक शब्दों से युक्त उन्नतऔर सक्षम बनाना पड़ता है। इस प्रकार किसी राष्ट्र के लिए राष्ट्रभाषा अत्यन्त आवश्यक होती है।

राष्ट्र भाषा की विशेषताएं –

राष्ट्र भाषा की प्रमुख विशेषताएं लिखियें ?

  1. राष्ट्रभाषा में प्रमुख निम्न विशेषताये होना आवश्यक है । राष्ट्र भाषा की प्रमुख विशेषताएं निम्न है –
  2. राष्ट्रभाषा की संस्कृति,इतिहास और साहित्य की प्रेरणा होती है ।
  3. यह सम्पूर्ण राष्ट्र की संपर्क भाषा होती है और जनजीवन को प्रभावित करती है ।
  4. राष्ट्रभाषा को राजनैतिक सरंक्षण प्राप्त होता है ।
  5. राष्ट्रभाषा का अपना साहित्य होता है ।
  6. राष्ट्रभाषा शिक्षा प्रशासन और जनसंपर्क की निर्विवाद भाषा होती है ।
  7. राष्ट्रभाषा देश में बहुसंख्यक लोगों द्वारा बोली जाती है ।
  8. राष्ट्रभाषा सीखने में सरल होती है तथा इसकी लिपि वैज्ञानिक होती है।
  9. राष्ट्रभाषा संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त होती है।
  10. यह देश में शिक्षा व समाचार-पत्रों की भाषा होती है।
  11. यही राजभाषा और सम्पर्क भाषा हो सकती है।

FAQ’s

1. भारत की राष्ट्रभाषा कौन-सी है ?

भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है ।

2. राष्ट्रभाषा को अंग्रेजी में क्या कहते है?

राष्ट्रभाषा को अंग्रेजी में नेशनल लैंग्वेज कहते है ।

3. राष्ट्रभाषा किसे कहते है ?

समस्त राष्ट्र में प्रयुक्त होने वाली भाषा को ही राष्ट्रभाषा कहते है अर्थात राष्ट्र में आमजन द्वारा बोली जाने वाली भाषा को ही राष्ट्रभाषा कहते है ।

4. राष्ट्रभाषा क्या है समझाइए ?

राष्ट्रभाषा का शाब्दिक अर्थ - समस्त राष्ट्र में प्रयुक्त भाषा अर्थात् आमजन की भाषा (जनभाषा)। जो भाषा समस्त राष्ट्र में जन–जन के विचार–विनिमय का माध्यम हो, वह राष्ट्रभाषा कहलाती है।

5. राष्ट्रभाषा की क्या विशेषता होनी चाहिए ?

1.राष्ट्रभाषा संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त होती है। 2. यह देश में शिक्षा व समाचार-पत्रों की भाषा होती है। 3. यही राजभाषा और सम्पर्क भाषा हो सकती है। राष्ट्रभाषा में यह प्रमुख विशेषताए होनी चाहिए ।

आज आपने सीखा

आशा है की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे की राष्ट्रभाषा किसे कहते है rashtrabhasha kise kahate hain और राष्ट्रभाषा की परिभाषा, अर्थ तथा विशेषताएं क्या क्या है । अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या है तो आप हमें जरुर बताएं हम आपकी मदद जरुर करेंगे । धन्यवाद

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